सरकार है या मौत की फैक्ट्री..?

असली पप्पू तो ये चाय वाला निकला
9 महीने बाद पता चला पप्पू फेल हो गया हैं.
गरीबी मिटा देने की बातें सिर्फ बातें हैं, जो दौलत के भूखे हैं वह गरीबी क्या मिटाएंगे, गरीब को मिटा सकते हैं गरीबी नहीं, तस्वीरें गवाह हैं !!
रेल से मौत, अस्पताल से मौत, पत्रकारिता से मौत, नोटबंदी से मौत, जीएसटी से मौत, व्यापम से मौत..?? मौत ही मौत..? सरकार है या मौत की फैक्ट्री..?
कुछ तो गड़बड़ है जालिम तेरे किरदार में,

वारना इतने हादसे नही होते किसी सरकार में!!!!

सरकार है या मौत की फैक्ट्री..?

असली पप्पू तो ये चाय वाला निकला 9 महीने बाद पता चला पप्पू फेल हो गया हैं. गरीबी मिटा देने की बातें सिर्फ बातें हैं, जो दौलत के भूखे है...